वो हमेशा चुप रहता है
वो सुख और दुःख दोनों को दबाकर जीता है
वो जुल्म सहता है , जुल्म होने देता है
वो जो सबसे बड़ा तमाशबीन है
वो सुख और दुःख दोनों को दबाकर जीता है
वो जुल्म सहता है , जुल्म होने देता है
वो जो सबसे बड़ा तमाशबीन है
वो जो दफ्तरों में धक्के खाता है
जो हर काम में लिये लाइन में लग जाता है
वो जो घर से जल्दी निकलता है
और रात को देर से जाता है
वो जो मेहनत करता है
और मुनाफा बिचौलिया खाता है
वो जो इतना दीन है
कहने को तो बहुत है पर
आगे का हाल फिर कभी
हाँ, इतना बता दूँ कि
ये आम आदमी का सीन है।
जो हर काम में लिये लाइन में लग जाता है
वो जो घर से जल्दी निकलता है
और रात को देर से जाता है
वो जो मेहनत करता है
और मुनाफा बिचौलिया खाता है
वो जो इतना दीन है
कहने को तो बहुत है पर
आगे का हाल फिर कभी
हाँ, इतना बता दूँ कि
ये आम आदमी का सीन है।
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